जनता कॉलेज बकेवर इटावा में राष्ट्रीय सेवा योजना इकाई के द्वारा आज दिनांक 1 दिसंबर 2023 को *विश्व एड्स दिवस* मनाया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे कृषि संकाय के डीन डॉ अशोक कुमार पांडेय ने अपने उद्बोधन में बताया कि *विश्व एड्स दिवस, 1988 के बाद से 1 दिसंबर को हर साल* मनाया जाता है, जिसका उद्देश्य एचआईवी संक्रमण के प्रसार की वजह से एड्स महामारी के प्रति जागरूकता बढाना है। कार्यक्रम के *मुख्य वक्ता डॉ ललित गुप्ता* ने एड्स के कारण एवं बचाव के विषय में विस्तार से *पीपीटी* के माध्यम से बताया। उन्होंने बताया कि एड्स एचआईवी रेट्रोवायरस से होता है। एड्स असुरक्षित यौन संबंधों से, संक्रमित रक्त चढ़ाने से, गर्भवती माता से उसके शिशु को, ड्रग लेने वाले लोगों को संक्रमित सुइयों से फैलता है। उन्होंने बताया कि एड्स छूने खाना खाने अथवा साथ बैठने से नहीं फैलता। एचआईवी का संक्रमण होने के 5 से 10 वर्षों के बाद रोगी में रोग के लक्षण दिखाई देने लगते हैं ।एचआईवी वायरस शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को तेजी से घटा देता है जिससे विभिन्न प्रकार की बीमारियों जैसे बुखार, टीवी, इनफ्लुएंजा, डायरिया, निमोनिया का संक्रमण हो जाता है वर्ष 2022 में 39 मिलियन लोग एड्स से पीड़ित थे। भारत में महाराष्ट्र में एड्स रोगियों की संख्या सर्वाधिक है। वर्तमान में एड्स की कोई वैक्सीन उपलब्ध नहीं है अतः सावधानी ही बचाव है। राष्ट्रीय सेवा योजना के कार्यक्रम अधिकारी *डॉ मनोज यादव* ने बताया कि एड्स एक लाइलाज बीमारी है तथा वर्ष 2022 में विश्व में *13 लाख* लोग नए रोगी पाए गए। और इसी वर्ष लगभग *6.5 लाख लोगों की मृत्यु* हुई। इसलिए इस बीमारी के लिए व्यापक जन जागरूकता की जरूरत है। कार्यक्रम में वरिष्ठ प्राध्यापक डॉ एम पी यादव, राष्ट्रीय सेवा योजना के पूर्व कार्यक्रम अधिकारी डॉ पी के राजपूत, डॉ गोपीनाथ मौर्य, डॉ डीजे मिश्रा, डॉ योगेश शुक्ला, डॉ सत्यार्थ प्रकाश मौर्य, डॉ संजय विश्वकर्मा, डॉ संजीव कुमार, मनोज दीक्षित, राजकुमार वर्मा एवं राष्ट्रीय सेवा योजना के स्वयंसेवक उपस्थित रहे।
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