Sixth day of Special camp, NSS, Janta College, Bakewar, Etawah
बकेवर । जनता कॉलेज, बकेवर, इटावा में राष्ट्रीय सेवा योजना इकाई के द्वारा आयोजित विशेष शिविर नगर पंचायत बकेवर के सभागार में आज दिनांक 20 मार्च 2024 को शिविर के छठवें दिन का शुभारंभ योग एवं प्राणायाम से किया गया। योग एवं प्राणायाम कार्यक्रम में डॉक्टर ललित गुप्ता ने बताया कि योग का मतलब होता है सांसों से जुड़ना। डॉ गुप्ता ने योग के विभिन्न आसनों के बारे में बताते हुए योग कराया। शिविर के प्रथम तकनीकी सत्र में कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे हैं कॉलेज के प्रचार डॉ राजेश किशोर त्रिपाठी ने सड़क सुरक्षा के प्रति जागरूकता के लिए सभी स्वयं को प्रेरित किया तथा जन जागरूकता में फैलने के लिए स्वयंसेवकों को सड़क सुरक्षा के नियमों के बारे में बताया।सड़क सुरक्षा जागरूकता अभियान के तहत कार्यक्रम अधिकारी डॉ मनोज यादव ने बताया की विश्व भर में सड़क हादसों से लगभग 13 लाख लोगों की मृत्यु प्रतिवर्ष होती है तथा भारत में 1.5 लाख मृत्यु होती है जिसमें 25 % दुर्घटनाएं सिर्फ दोपहिया वाहनों से होती है और जिसका मुख्य कारण शराब पीकर गाड़ी चलाना होता है। उन्होंने सड़क सुरक्षा के सामान्य नियम को बताते हुए कहा कि पशु सुरक्षा, ज़ेबरा क्रॉसिंग पर ही रोड क्रॉस करें, शराब पीकर गाड़ी ना चलाएं, थकावट या स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं, ट्रैफिक लाइट का पालन करें, बाई ओर चलना, चौराहों पर गाड़ी की गति को धीमा करना, मुड़ने के संकेत और हाथ के इशारे, मोबाइल फोन का उपयोग न करना, एक तरफा सड़कों पर वाहन चलाना आदि पर स्वयंसेवकों को संबोधित किया। उन्होंने बताया कि भारत में सड़क सुरक्षा संबंधी समस्याएं जैसे लापरवाह ड्राइविंग, सड़क सुरक्षा मानकों का खराब कार्यान्वयन, खराब वाहन डिजाइन, आपातकालीन सेवाओं का अभाव तथा नागरिकों में जिम्मेदारी का अभाव आदि मुख्य कारण है। तकनीकी सत्र में डॉ एमपी यादव ने बताया कि वाहन चलाते हैं तो लाइसेंस वैद्य होना चाहिए, 18 वर्ष से कम आयु वाले बच्चों के अभिभावक को 3 महीने के दंड का प्रावधान व ₹25000 का जुर्माना है। कार्यक्रम में डॉ पी के राजपूत ने बताया कि सड़क सुरक्षा के लिए जन-जन तक जागरूकता फैलानी चाहिए तथा जब भी दो पहिया वाहन चलाएं। तो हेलमेट का प्रयोग जरूर करें। इससे दुर्घटना से बचा जा सकता है या बड़ी दुर्घटना को कम किया जा सकता है तथा चार पहिया वाहन को चलाते समय सीट बेल्ट के लाभों को भी बताया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि एआर टीओ, इटावा बृजेश कुमार ने सड़क सुरक्षा के लिए स्वयंसेवकों को प्रेरित किया तथा हरी झंडी दिखाकर बकेवर नगर में सड़क सुरक्षा जागरूकता अभियान के तहत रैली रवाना की। रैली के दौरान स्वयंसेवकों ने बकेवर चौराहा सहित आधा दर्जन जगहों पर यातायात के प्रति जागरूकता के लिए नुक्कड़ नाटक का प्रस्तुतीकरण किया। शिविर के द्वितीय तकनीकी सत्र में साइबर क्राइम पर कार्यक्रम आयोजित किया गया। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि, थाना बकेवर के उप निरीक्षक राम प्रताप सिंह ने साइबर अपराध के बारे में बताते हुए कहा कि हम सभी के पास एंड्रॉयड फोन है और हम किसी न किसी टॉपिक पर सर्च करते हैं तो उससे संबंधित विज्ञापन आने लगते हैं ज्यादातर वह विज्ञापन फ्रॉड प्रकार की साइड रहती हैं तथा उन पर क्लिक करके हम अपनी निजता के डाटा को शेयर कर देते हैं। इसी तरह बैंक में भी डुप्लीकेट साइड बन जाती है जो साइबर अपराध का हिस्सा होती है यदि आपने उसे पर टिक किया तो आपकी पूरी जानकारी साइट में चली जाती हैं और यह एक अपराध का हिस्सा बनकर आपके पैसों का आदान प्रदान कर देते हैं। उन्होंने बताया कि सिर्फ नए ऐप प्ले स्टोर से ही डाउनलोड करना चाहिए अन्य साइड से कभी भी किसी ने ऐप को डाउनलोड नहीं करना चाहिए। उन्होंने यह भी बताया कि किसी की निजी छाया प्रति लेना भी 66 सी धारा के तहत एक अपराध है और कहा की सोशल मीडिया पर हमें अपने अकाउंट को हमेशा लाक रखना चाहिए और यदि कोई आपके साथ साइबर क्राइम होता है तो तुरंत 1930 पर कॉल करके बताना चाहिए या फिर cybercrime.in पर सूचना देना चाहिए। सत्र में डॉ गोपीनाथ मौर्य ने स्वयं सेवक एवं स्वयंसेविकाओं को संबोधित करते हुए बताया कि विभिन्न एजेंसियों और संस्थाओं अथवा व्यक्तियों के द्वारा उनके जाल में फंस जाता है आज के वर्तमान समय में प्रत्येक मनुष्य तकनीकी का उपयोग कर रहा है और मोबाइल फोन के माध्यम से अपने दैनिक दिनचर्या को पूरा करता है मोबाइल फोन मोबाइल फोन ही किसी भी व्यक्ति के संबंधित समस्त डाटा को दूसरे व्यक्तियों तक पहुंचाने का कार्य करता है यदि हम उसमें प्राइवेसी ना रखें तो सामान्यतः प्रत्येक व्यक्ति का एक निश्चित मोबाइल नंबर होता है और वह मोबाइल नंबर किसी न किसी रूप में आधार कार्ड पैन कार्ड बैंक इत्यादि से जुड़ा रहता है और जब हम अपने मोबाइल फोन से कोई थर्ड पार्टी ऐप जो कि फोन में ट्रैक करते समय उपलब्ध नहीं होता है अगर उसको इंस्टॉल करते हैं तो इंस्टॉल करने के कारण उसे सुचारू रूप से चलने के लिए हमें विभिन्न प्रकार के परमिशन उसे ऐप को स्वीकृत करने पड़ते हैं जिसमें लोकेशन का परमिशन कांटेक्ट का परमिशन गैलरी का परमिशन और अन्य परमिशन देने पर ही वह आप कार्य करने के लिए तैयार होते है । इस प्रकार से जब हम विभिन्न परमीशनों को उसे विशिष्ट ऐप को प्रदान करते हैं तो वह अप का संचालक के पास हमारे समस्त सूचनाओं स्वत ही पहुंच जाती है और वह व्यक्ति उन सूचनाओं के द्वारा हमारे व्यक्तिगत समस्त अभिलेख फोटो और वीडियो के साथ-साथ हमारे बैंक डिटेल्स हमारे अन्य समस्त रिकॉर्ड तक बहुत ही सुगमता से पहुंच जाता है जिससे हमारा डाटा सुरक्षित हो जाता है हमें अपने डेटा की सुरक्षा के लिए थर्ड पार्टी द्वारा जारी किए गए ऐप को मोबाइल फोन में इंस्टॉल नहीं करना है और यदि इंस्टॉल करना भी हो तो उसे स्थान अपने स्वजनों के फोन नंबर और भंडारण स्टोरेज की स्वीकृति प्रदान नहीं करनी है उसे विभिन्न तथ्यों तक पहुंचाने की स्वीकृति नहीं देनी है वर्तमान समय में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के माध्यम से हमारा जीवन काफी सरल तो हो गया है लेकिन साथ ही साथ हमारे लिए चुनौतियां भी उत्पन्न हो गई हैं फेसबुक इंस्टाग्राम व्हाट्सएप इत्यादि सोशल साइट्स पर लोगों के द्वारा अपनी आईडी बनाकर उसका उपयोग करने से सूचनाओं और डाटा सभी व्यक्तियों तक बहुत ही आसानी से पहुंच जाती है और अपराध करने वाले व्यक्ति इन्हीं सोशल साइटों से सोशल प्लेटफॉर्म से सूचना एकत्र करके आपराधिक गतिविधियों को अंजाम देने का कार्य करते हैं इस साइबर क्राइम संबंधित गतिविधियों से बचने के लिए हमें अपने मोबाइल फोन और इंटरनेट का प्रयोग करते समय काफी सतर्क रहना चाहिए और साथ ही साथ थर्ड पार्टी ऐप को इंस्टॉल करते समय उन्हें विभिन्न प्रकार की स्वीकृतियों को देने से बचना चाहिए केवल सीकर साइट वाले ही वेबसाइट पर सर्च करना चाहिए ताकि हमारे आंकड़ों की गोपनीयता बनी रहे। अपना व्यक्तिगत आईडी पासवर्ड पिन नंबर आधार कार्ड नंबर पैन नंबर इत्यादि किसी दूसरे व्यक्ति से शेयर ना करें और जहां तक संभव हो सुरक्षित स्थानों पर ही इंटरनेट इत्यादि का प्रयोग करें। मोबाइल फोन में बैंक डिटेल पिन नंबर एटीएम कार्ड का फोटो को न रखें ताकि किसी भी हैकर्स या अन्य व्यक्ति के द्वारा आपके साथ कोई भी वित्तीय जोखिम करने से बचाया जा सके। सिविल के तृतीय सत्र में स्वयंसेवकों द्वारा संस्कृत कार्यक्रम का आयोजन किया गया जिसमें जन जागरूकता तथा समाज से जुड़े मुद्दों पर गीत एवं स्लोगन का गायन किया गया तथा हम होंगे कामयाब गीत के साथ राष्ट्रगान के उद्बोधन के बाद शिविर के सत्र का समापन किया गया। इस मौके पर कॉलेज के प्राध्यापक डॉ डीएन सिंह, डॉ धर्मेंद्र कुमार, डॉ आदित्य कुमार, डॉ संजय विश्वकर्मा, डॉ संजीव कुमार, डॉ सत्यार्थ प्रकाश मौर्य, राजकुमार वर्मा, मुकेश कुमार, शैलेंद्र कुमार, मनोज दीक्षित स्वयंसेवक अरुण कुमार, बर्षा, तनुष्का, दुर्गा, अंशुल कुमार, आदि सहित 45 स्वयंसेवक उपस्थित रहे।