NSS Unit-05, CSJMU Campus, Special Camp, Day 02, Environment Protection
इस विशेष शिविर के द्वितीय दिन दिनांक 12 मार्च को राष्ट्रीय सेवा योजना की पांचवीं इकाई द्वारा ग्रामीणों को पर्यावरण संवर्धन एवं संरक्षण के संबंध में जानकारी दी गई। सर्वप्रथम विश्वविद्यालय के स्कूल आफ सोशल साइंसेज के असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ मानस उपाध्याय ने स्वयंसेवकों को पर्यावरण संवर्धन एवं संरक्षण के प्रति जागरूक किया। उन्हें पर्यावरण संवर्धन एवं संरक्षण के महत्व बताइए तथा उसके करने के उपाय बताएं। उन्होंने कविता के माध्यम से स्वयं सेवकों को पर्यावरण को संरक्षित करने एवं उसे अच्छा बनाने हेतु प्रेरित किया। डॉ मानस उपाध्याय से सीख कर विद्यार्थियों ने गांव में घर-घर जाकर दादा-दादी, माताओं, बहनों, चाचा-चाचियों एवं छोटे बच्चों को पर्यावरण संवर्धन एवं संरक्षण की जानकारी दी तथा उन्हें पौधारोपण करने तथा उन पौधों को सुरक्षित रखने के संबंध में अवगत कराया। ग्राम होरा कछार के प्रधान श्री राम नारायण राजपूत ने भी विद्यार्थियों से संवाद स्थापित किया तथा उन्हें गांव की आवश्यकताओं के विषय में अवगत कराया। उन्होंने कहा कि पर्यावरण को संरक्षित करना हमारी प्राथमिक जिम्मेदारी है और हमें इसके लिए कमर कस कर प्रयास करना होगा। इसके साथ ही साथ राष्ट्रीय सेवा योजना पंचम इकाई के वालंटियर प्राइमरी स्कूल भी गए और वहां छोटे बच्चों के साथ संवाद स्थापित कर उन्हें पेड़ पौधों की महत्ता बताई। कुछ वॉलिंटियर्स ने छोटे बच्चों को अल्फाबेट सिखाएं। इसके साथ ही साथ विशेष शिविर के दूसरे दिन स्वयंसेवकों को योग का प्रशिक्षण भी दिया गया। इस शिविर में वोलंटियर्स के भोजन की समस्त व्यवस्था स्वयंसेवकों द्वारा ही की जा रही है। प्रतिदिन अलग-अलग स्वयंसेवक नाश्ते एवं भोजन को बनाते हैं। सांय वॉलिंटियर्स द्वारा विभिन्न सांस्कृतिक प्रस्तुतियां भी प्रस्तुत की गई। वॉलंटियर्स ने एकल, युगल गीत गाए तथा समूह नृत्य एवं एकल नृत्य प्रस्तुत किया