Fourth day of Special camp, NSS, Janta College, Bakewar, Etawah
बकेवर। जनता कॉलेज, बकेवर, इटावा में राष्ट्रीय योजना सेवा योजना इकाई के द्वारा आयोजित सात दिवसीय विशेष शिविर के चतुर्थ दिवस का प्रारंभ योग और व्यायाम से किया गया। कार्यक्रम अधिकारी डॉ मनोज यादव ने योग को परिभाषित करते हुए स्वयंसेवकों को उसके महत्व को बताया तथा स्वयंसेवक यश दीक्षित ने शिविर में सभी को व्यायाम कराया। प्रथम तकनीकी सत्र में स्वयंसेवकों ने गांव नगला बनी में सात समूहों में गांव का सर्वेक्षण डॉ पीके राजपूत के दिशा निर्देशन में किया । जिसमें प्रमुख रूप से प्रमुख रोजगार, गांव का ऐतिहासिक विकास क्रम, फसल उत्पादन प्रारूप (रबी, खरीफ, जायद तथा वर्तमान व 20 वर्ष पूर्व का फसल चक्र), गांव की आवश्यकताओं का चित्रण, गांव के व्यक्तियों का शैक्षणिक स्तर, गांव की वर्तमान समस्याओं का अध्ययन एवं गांव के व्यक्तियों का रोजगार हेतु पलायन आदि प्रमुख शीर्षक पर सर्वेक्षण किया गया। स्वयंसेवकों ने नगला बनी में स्थित प्राथमिक पाठशाला में बच्चों को पढ़ाया तथा ज्ञानवर्धक टिप्स दिए। द्वितीय तकनीकी सत्र में पोषण जागरूकता पर व्याख्यान का आयोजन किया गया। जिसमें मुख्य वक्ता के रूप में जंतु विज्ञान के विभागाध्यक्ष डॉ ललित गुप्ता ने पोषण जागरूकता पर अपने विचारों का साझा किया। उन्होंने बताया कि उत्तम स्वास्थ्य के तीन स्तंभ होते हैं आहार, व्यायाम एवं नींद। यदि इन तीनों को संतुलित कर लिया जाए तो शरीर कभी व्याधियों से ग्रसित नहीं होगा। हमें अपने भोजन में संतुलित आहार लेना चाहिए । जिसमें कार्बोहाइड्रेट, प्रोटीन, वसा, खनिज लवण, विटामिन एवं जल शामिल हो। इसके अतिरिक्त भोजन ऐसा होना चाहिए जो व्यक्ति की आवश्यकता के अनुसार कैलोरी उपलब्ध कराए। यदि कैलोरी अधिक होगी, तो व्यक्ति मोटापे से ग्रसित हो जाएगा। स्वस्थ शरीर के लिए आहार के साथ-साथ व्यायाम की भी आवश्यकता होती है । इसलिए प्रत्येक व्यक्ति को अपनी सुविधा के अनुसार दैनिक जीवन में व्यायाम, योगासन, खेलकूद, साइकलिंग, डांसिंग इत्यादि किन्हीं गतिविधियों को अपने जीवन शैली में शामिल करना चाहिए। उत्तम स्वास्थ्य के लिए एक उत्तम नींद का होना आवश्यक है, हमें रात में जल्दी सोना और प्रातः जल्दी उठना चाहिए। एक स्वस्थ शरीर के लिए 6 से 8 घंटे की गहरी नींद पर्याप्त होती है। एक सामान्य व्यक्ति को प्रतिदिन 1500 से 2000 कैलोरी ऊर्जा की आवश्यकता होती है यह कैलोरी संतुलित आहार से प्राप्त की जानी चाहिए जिसमें हरी सब्जियां, दालें, ताजा फल, दूध, अनाज इत्यादि शामिल होना चाहिए। भोजन में विभिन्न रंगों के फलों का प्रयोग करना चाहिए साथ ही भोजन को पकाने के तरीके भी मानक के अनुसार होने चाहिए। फल सब्जियों को काटकर नहीं धुलना चाहिए इससे उनमें विटामिन और मिनरल्स की कमी हो जाती है । बढ़ते बच्चों के लिए और नवयुवकों के लिए अतिरिक्त प्रोटीन की आवश्यकता होती है ।उन्हें अपने भोजन में प्रोटीन की मात्रा पर विशेष ध्यान देना चाहिए प्रोटीन हमारे शरीर में वृद्धि मरम्मत मांसपेशियों को बनाने, रोगों से लड़ने के लिए, रोग प्रतिरोधकता प्रदान करने आदि का कार्य करता है। यदि शरीर में प्रोटीन की कमी होती है तो त्वचा, बाल, नाखून इत्यादि पर इनका दुष्परिणाम दिखाई देने लगता है । शरीर की वृद्धि रुक जाती है और रोगों से लड़ने की क्षमता कम हो जाती है। डॉ गोपीनाथ मौर्य ने पोषण जागरूकता कार्यक्रम के अंतर्गत स्वयंसेवक और एवं स्वयंसेविकाओं को अपनी दैनिक दिनचर्या को सुधारने हेतु प्रातः सूर्योदय से पूर्व उठने एवं समय से स्नान करने एवं समय से भोजन करना, पर्याप्त नींद लेना आवश्यक है, ताकि आपका शरीर स्वस्थ रहे और आप अंदर स्फूर्ति बना रहे। डॉ सत्यार्थ प्रकाश मौर्य ने पोषण जागरूकता कार्यक्रम के अंतर्गत स्वयंसेवक एवं स्वयं सेविकाओं को बताया कि वह अपने खान-पान पर विशेष ध्यान रखें । प्रातः कालीन नाश्ते के बाद जूस पीना चाहिए, दोपहर को खाने के बाद छाछ लेना और शाम को दूध लेना स्वास्थ्य के लिए अति उत्तम होता है। व्यक्ति को अपने खाने में सलाद का इस्तेमाल जरूर करना चाहिए। तृतीय सत्र में स्वयंसेवकों के द्वारा एक दूसरे का परिचयात्मक कार्यक्रम किया गया तत्पश्चात स्वयंसेवकों के द्वारा सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किया। कार्यक्रम में राष्ट्रीय सेवा योजना गीत हम होंगे कामयाब से प्रेरणा लेते हुए, राष्ट्रगान के साथ सत्र का समापन किया गया। इस मौके पर राजकुमार वर्मा मुकेश कुमार शैलेंद्र कुमार मनोज दीक्षित शिवकुमार तथा स्वयंसेवक हर्षित मिश्रा, आशीष कुमार, विनय शाक्य, सौरभ सिंह, उज्जवल पोरवाल, आदि सहित 44 स्वयंसेवक उपस्थित रहे।
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