स्वच्छता ही सेवा अभियान (छठवां दिवस) विनोद दीक्षितअस्पतालकन्नौजमेछात्राओंद्वारास्वच्छतागतिविधियां
भारत सरकार, युवा कार्यक्रम और खेल मंत्रालय, राष्ट्रीय सेवा योजना निदेशालय, नई दिल्ली के निर्देशानुसार स्वच्छता ही सेवा अभियान का स्वभाव स्वच्छता संस्कार स्वच्छता कार्यक्रम मे एनएसएस कार्यक्रम अधिकारी डॉक्टर नेहा मिश्रा ने सर्वप्रथम आज के कार्यक्रम की रूपरेखा तैयार की। आज दिनांक 22 सितंबर 2024 को राजकीय महिला महाविद्यालय बांगर कन्नौज के राष्ट्रीय सेवा योजना की सावित्रीबाई फुले छात्रा इकाई के तत्वाधान मे शासन के आदेशानुसार एवं प्राचार्य श्रीमती रीतू सिंह के संरक्षण मे स्वच्छता सेवा पखवाड़ा स्वच्छता ही सेवा अभियान का छठवां दिवस का प्रारम्भ किया गया जिसके अंतर्गत * विनोद दीक्षित अस्पताल कन्नौज मे छात्राओं द्वारा स्वच्छता गतिविधियां की गई। किसी भी प्रकार के संक्रमण के प्रसार को रोकने के लिए सतहों, उपकरणों और रोगी के कमरों की नियमित सफाई और कीटाणुशोधन जैसी स्वच्छता प्रथाएँ आवश्यक हैं। स्वच्छ और स्वास्थ्यकर वातावरण बनाए रखने हेतु छात्राओं ने झाड़ू लगाकर कूड़े को एकत्रित किया तत्पश्चात उस कूड़े को डस्टबिन में डंप किया। छात्राओं ने पेड़ों के नीचे, नालियों के किनारे, मरीज के वार्ड एवं गलियारे के बाहर, नलकूपों के आसपास, अस्पताल के मैदान आदि स्थानों को साफ सुथरा किया। इसी के साथ छात्राओं ने आसपास उपस्थित सभी को स्वच्छता का महत्व समझाते हुए जागरूक भी किया। इस जागरूकता के दौरान छात्राओं ने कूड़े को अलग-अलग डंप करने की लोगों को जानकारी दी प्लास्टिक एकत्रित किया, मेडिसिन से संबंधित वेस्टेज को डस्टबिन में डंप किया। स्वच्छता का कार्य प्रातः 11: 30 बजे से प्रारंभ हो कर अपराह्न 1:00 बजे तक चला। महाविद्यालय के प्राचार्या एवं सभी शिक्षकों ने स्वयंसेवको की प्रशंसा एवं उत्साहवर्धन किया। साफ सफाई के समय सभी छात्राओं ने कैप एवं ग्लव्स पहना और स्वच्छता के उपरांत सभी स्वयंसेवकों ने हैंड वॉश करने के बाद स्वयं को सेनीटाइज किया उसके बाद छात्राओं को अल्पाहार दिया गया। इसी कार्यक्रम की श्रृंखला में छात्राओं ने अस्पताल में आने जाने वाले मरीजों की सहायता कर सेवा कार्य भी किया। सेवा कार्य के उपरांत छात्रा नंदिनी दुबे ने अपनी अनुभव साझा करते हुए कहा कि सेवाभाव हमारे अंदर दया एवं करुणा विकसित करता है जो कि मानव का सबसे बड़ा गुण है। स्मृति दुबे ने कहा सेवा भाव हमारे अंदर विनम्रता विकसित करता है जोकि मानव के अंदर होने अवश्य आवश्यक है।