सात दिवसीय विशेष शिविर, द्वितीय दिन, 25 फरवरी 25
दिनांक 25 फरवरी को छत्रपति शाहू जी महाराज विश्वविद्यालय परिसर की राष्ट्रीय सेवा योजना की पंचम इकाई द्वारा सात दिवसीय विशेष शिविर के द्वितीय दिन ग्राम- सचिवालय, ग्राम -होरा कछार में विभिन्न गतिविधियों का आयोजन किया गया। प्रातः स्वयंसेवकों द्वारा योगाभ्यास किया गया। स्वयंसेवक शांभवी ने सभी स्वयंसेवकों को योग के विभिन्न आसनों का अभ्यास कराया। छात्रा बुशरा ने सभी को जूडो के विषय में बताया तथा आत्मरक्षा के लिए जूडो सीखने की महत्ता से सभी को अवगत कराया। प्रथम तकनीकी सत्र में डॉ अनुराधा कालानी, अधिष्ठाता, शोध, छत्रपति शाहू जी महाराज विश्वविद्यालय, कानपुर ने स्वयंसेवकों को पर्यावरण संवर्धन एवं संरक्षण के संबंध में अवगत कराया। उन्होंने कहा कि प्रत्येक स्वयंसेवक एक पौधा लगाए तथा उसकी देखभाल करे। सभी प्लास्टिक का प्रयोग कम से कम करें। बहुत कम दूरी के लिए वाहन का उपयोग अत्यधिक आवश्यकता पड़ने पर करें जिससे कि कार्बन का उत्सर्जन कम से कम हो। कूड़े को निर्धारित स्थान पर ही फेंके। सभी का दायित्व है कि वे अपने आस पास के वातावरण को साफ रखें। द्वितीय तकनीकी सत्र में श्रीमती अमीना जैदी, असिस्टेंट प्रोफ़ेसर, न्यूट्रीशन, स्कूल ऑफ हेल्थ साइंसेस ने स्वयंसेवकों को स्वस्थ आहार के बारे में जानकारी दी। उन्होंने बताया कि आहार में संतुलित आहार लें। फल, हरी सब्जियों का सेवन अधिक करें। जंक फूड का प्रयोग कम से कम करें। सीजनल फ्रूट्स एवं सब्जियों का प्रयोग आहार में नियमित रूप से हो। स्वयंसेवकों ने वक्ताओं से प्रश्न पूंछ कर अपनी जिज्ञासाओं को शांत किया। छात्रा आस्था सिंह ने पूंछा कि क्या जंक फूड को छोड़ना संभव है? श्रीमती अमीना ने कहा कि जंक फूड का सेवन हम कम से कम कर सकतें हैं। दिन प्रतिदिन जीवन में व्यवहारिक कारणों से जंक फूड से पूर्णतः छुटकारा मुश्किल है। छात्र शिवपाल यादव ने पूंछा कि मैं अपनी न्यूट्रीशनल इंटेक में क्या आहार ले सकता हूं? श्रीमत अमीना ने उन्हें इस बारे में बताया। छात्रा दीक्षा गोयल, इला शर्मा, सौम्या तिवारी एवं दिव्यांशु तिवारी ने भी प्रश्न पूंछे। कार्यक्रम अधिकारी डा प्रवीन कटियार ने दोनों वक्ताओं को स्मृति चिन्ह भेंट किए। भोजन के बाद स्वयंसेवक गांव में ग्रामीणों के घर गए एवं ग्रामीणों से खान पान एवं पीने के पानी की व्यवस्था के संबंध में जानकारी ली। शिविर में नाश्ते, भोजन बनाने तथा बर्तनों एवं परिसर की साफ सफाई स्वयंसेवकों द्वारा स्वयं की जा रही है। सांय को सभी स्वयंसेवकों ने द्वितीय दिवस के अपने अनुभव सभी से साझा किए। सांय एक स्वयंसेवक लक्ष्मी का जन्मदिन भी सभी ने मिलकर मनाया।