आज दिनांक 04/03/2025 को कानपुर विद्या मंदिर महिला महाविद्यालय की राष्ट्रीय सेवा योजना इकाई द्वारा आयोजित किए जा रहे “सात- दिवसीय विशेष शिविर” के चौथे दिन गतिविधियों का विषय रहा- “कौशल- विकास।” प्रतिदिन की भाँति प्रातः में शिविर स्थल की साफ़-सफ़ाई की गई, जिसके पश्चात शारीरिक सत्र के अंतर्गत स्ट्रेचिंग एक्सरसाइज, प्राणायाम, एवं ध्यान का अभ्यास स्वयंसेविकाओं ने किया। पाठशाला के लिए एकत्रित हुए बस्ती के बच्चों को गायत्री मंत्र का उच्चारण कराकर कक्षा प्रारंभ की गई। दैनिक पाठशाला में बच्चों को 1 से 50 तक हिंदी व अंग्रेज़ी में गिनती, 2 से 5 तक पहाड़ा, महीनों तथा सप्ताह के दिनों के नाम को सिखाया गया।
शिविर के अगले सत्र में “कौशल- विकास” पर केंद्रित कार्यक्रम में महाविद्यालय की छात्रा सुहानी निषाद द्वारा स्वयंसेविकाओं को घर के रोज़मर्रा के सामानों से आकर्षक सजावटी वस्तुएँ बनाने की कला सिखायी गई। साथ ही सुहानी निषाद द्वारा बनाए गए कलात्मक वस्तुओं की प्रदर्शनी भी लगायी गई। स्वयंसेविकाओं के साथ- साथ बस्ती के बच्चों ने भी ध्यान पूर्वक शोपीस बनाना सीखा। इस सत्र की समाप्ति के पश्चात स्वयंसेविकाओं ने भोजन किया।
शिविर के अगले सत्र में कौशल- विकास विषय पर ही केंद्रित अन्य गतिविधियों का आयोजन किया गया। स्वयंसेविकाओं ने संगीत विभाग की विभागाध्यक्ष प्रो. निशा पाठक तथा तबला वादक श्री ज्ञानेंद्र मौर्य जी से ढोलक वादन की कला सीखी। स्वयंसेविकाओं ने रद्दी अख़बार से लिफ़ाफ़े बनाना भी सीखा। बौद्धिक परिचर्चा कार्यक्रम के अंतर्गत कार्यक्रम अधिकारी डॉ. ऑंचल तिवारी ने स्वयंसेविकाओं को जीवनोपयोगी कौशल सीखने के लिए प्रेरित किया। शिविर के अंतिम सत्र में स्वयंसेविकाओं ने सांस्कृतिक कार्यक्रमों की तैयारी की। इस प्रकार सफलतापूर्वक चतुर्थ दिवस के शिविर की दैनिक गतिविधियों का समापन हुआ।
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