राष्ट्रीय सेवा योजना विशेष शिविर (तृतीय दिवस 19/03/2024)
"प्रातः कालीन सत्र"
शिविर के तृतीय दिवस को सर्वप्रथम प्रातः काल में NSS स्वयंसेवकों द्वारा संकल्प गीत गाकर कार्यक्रम को आरंभ किया गया।
"परियोजना कार्यक्रम"
विषय- सामुदायिक जागरुकता कार्यक्रम (बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ, लैंगिक असमानता एवं आर टी ई)
डॉ. वीरेंद्र स्वरूप इंस्टिट्यूट ऑफ प्रोफेशनल स्टडीज़, किदवई नगर कानपुर के राष्ट्रीय सेवा योजना इकाई के विशेष शिविर के तृतीय दिवस का शुभारंभ संकल्प गीत गाकर किया गया। विशेष शिविर में तृतीय दिवस में डॉ. वीरेंद्र स्वरूप के प्रोफेसर श्री आशीष यादव जी उपस्थित रहे। उन्होंने स्वयं सेविकाओं के उज्ज्वल भविष्य की कामना की। उन्होंने स्वयं सेविकाओं को शिक्षा का वास्तविक अर्थ बताया। उन्होंने यह भी बतलाया कि महिलाओं का शिक्षित होना कितना आवश्यक है।
उसके बाद स्वयं सेविकाओं द्वारा लोगों को बेटियों की पढाई के प्रति जागरुक करने के लिए रैली निकाली गयी। स्वयं सेविकाओं द्वारा लोगों को आर टी ई का भी मतलब बतलाया गया। उसके बाद स्वयं सेविकाओं ने नुक्कड़ नाटक का मंचन किया।जिसका शीर्षक था-
** बेटी है अनमोल उपहार,
शिक्षा है उसका अधिकार**
नुक्कड़ नाटक ने लोगों का मन मोह लिया।
उसके पश्चात विशेष शिविर के तृतीय दिवस में मुख्य अतिथि के रूप में नामित श्री धर्मेंद्र जी मौजूद रहे। * उन्होंने भी स्वयं सेविकाओं के उज्ज्वल भविष्य की कामना की। साथ ही में उन्होंने लैंगिक असमानता के बारे में भी स्वयं सेविकाओं को बतलाया।उन्होंने बतलाया कि पुराने लोगों की जो मानसिकता थी,और हमारे देश की आठ सौ साल की गुलामी थी उस वजह से लोग लड़कियो को बोझ समझने लगे थे। लेकिन एक समय ऐसा आया कि चाहे बात हिंदू समाज की हो चाहे मुस्लिम समाज की बात हो, इन्ही दोनों समाज से 2-3 महिलाएं ऐसी निकल कर आईं जिन्होंने सारी महिलाओ के लिए क्रांति लिख दी। फिर चाहे वो देश के लिए लड़ी हो चाहे झांसी के लिए - रानी लक्ष्मी बाई
चाहे परिवारों के लाडले पन से निकल कर गयी हों चाहें सिर पर हिजाब बंधा हो- चाँद बीबी ... ऐसे ही उन्होंने कई उदाहरण प्रस्तुत किये जिससे स्वयं सेविकाओं को प्रोत्साहन प्राप्त हुआ।
"बौद्धिक सत्र"
बौद्धिक सत्र में श्री धर्मेंद्र जी ने स्वयं सेविकाओं को आर टी ई के बारे में भी जानकारी दी।
"सांस्कृतिक कार्यक्रम
भोजन के उपरांत स्वयं सेविकाओं ने मिलकर अंताक्षरी खेला,नाटक प्रस्तुत किया और गीत गाये । सांस्कृतिक कार्यक्रमों में नृत्य आदि के साथ सफलतापूर्वक संपन्न हुआ।
"सायंकाल सत्र"
NSS स्वयंसेवकों ने सांयकालीन बेला में लक्ष्यगीत गाकर कार्यक्रम का समापन किया ।
डॉ सीमा मिश्रा
कार्यक्रम अधिकारी
डॉ. वीरेंद्र स्वरूप इंस्टिट्यूट ऑफ प्रोफेशनल स्टडीज़
किदवईनगर, कानपुर
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