मान्यवर कांशीराम राजकीय महाविद्यालय निनौआ, फर्रुखाबाद (सात दिवसीय विशेष शिविर का समापन)
*एनएसएस विशेष शिविर का समापन एवं पुरस्कार वितरण समारोह* आज दिनांक 19 मार्च 2024 को मान्यवर कांशीराम राजकीय महाविद्यालय फर्रुखाबाद में प्राचार्य डॉ० शालिनी जी के संरक्षण में एवं राष्ट्रीय सेवा योजना के कार्यक्रम अधिकारी डा० सुंदर लाल के निर्देशन में राष्ट्रीय सेवा योजना के सात दिवसीय विशेष शिविर के सातवें दिन का शुभारंभ मां सरस्वती की प्रतिमा पर माल्यार्पण एवं दीप प्रज्ज्वलित कर किया गया। स्वयंसेवकों ने एन.एस.एस लक्ष्य गीत से अभिप्रेरित होते हुए प्रभात फेरी निकाली तथा *साइबर सुरक्षा/साइबर ठगी एवं शिक्षा का महत्व* विषय पर जागरूकता अभियान चलाया। शिविर का समापन, प्राचार्य डॉ शालिनी की अध्यक्षता में संपन्न हुआ। उन्होंने विषय का परिचय देते हुए कहा कि साइबर सुरक्षा सिस्टम, नेटवर्क, प्रोग्राम, डिवाइस और डेटा को साइबर हमलों से बचाने के लिए प्रौद्योगिकियों, प्रक्रियाओं और नियंत्रणों का अनुप्रयोग है।साइबर सुरक्षा का उद्देश्य साइबर हमलों के जोखिम को कम करना और सिस्टम, नेटवर्क और प्रौद्योगिकियों के अनधिकृत शोषण से रक्षा करना है। क्योंकि साइबर क्राइम दूसरे बड़े अपराधों की ही तरह ही एक बड़ा अपराध है, जिसे इंटरनेट के माध्यम से अंजाम दिया जाता है। विशिष्ट अतिथि के रूप में भारतीय महाविद्यालय के डा० समीर गुप्ता जी ने साइबर क्राइम/साइबर ठगी/साइबर सुरक्षा विषय पर एक विस्तृत व्याख्यान प्रस्तुत किया। उन्होंने बताया कि वर्तमान समय में साइबर ठगी एक बहुत बड़ी समस्या के रूप में सामने आया है। उन्होंने बताया कि किस प्रकार से हम साइबर ठगी से अपने आप को बचा सकते हैं। इसके लिए आवश्यक है कि हम अपनी व्यक्तिगत सूचना फेसबुक, ट्विटर या ऑनलाइन प्लेटफॉर्म पर डालने से बचे तथा साथ ही साथ ऐसे किसी भी फोन कॉल को कोई ओटीपी ना बताएं जब तक कि आप निश्चित ना हो जाए कि वह ओटीपी किसके लिए प्रयोग होगी। और ये शिक्षा के बिना संभव नहीं। इसलिए हम सबको एक रोटी कम खाकर अपने बच्चों को अवश्य पढ़ाना चाहिए। इसी क्रम में कार्यक्रम के मुख्य अतिथि गांव निनौआ के प्रधान श्री विजय कटियार जी ने सभी स्वयंसेवकों को अपने आशीर्वचनों से लाभान्वित किया। विशिष्ट अतिथि गांव निनौआ के पूर्व प्रधान श्री सुरजीत कटियार जी ने सभी स्वयंसेवकों से शिक्षा का महत्व समझने की अपील करते हुए कहा कि शिक्षा के बिना जीवन व्यर्थ है। डॉ शिल्पी सिंह ने बताया कि राष्टीय सेवा योजना का मुख्य उद्देश्य सेवा भावना को जागृत एवम जन जन को जागरूक करना है। डा० महेश कुमार ने बताया कि इन सात दिनों में जो भी सीखा ही उसे अपने जीवन में उतारे और जन जन तक पहुंचाए। डॉ० अमित कुमार ने मोबाइल प्रयोग की सावधानियों पर प्रकाश डाला, साथ ही विद्यार्थियों को उनकी क्षमताओं पर विश्वास करने की सलाह दी। डॉ० सतेंद्र कुमार ने स्वयंसेवकों से साइबर सुरक्षा ,बैंकिंग फ्रॉड से संबंधित व्याख्यान दिया। इसी क्रम में डॉ० प्रियांशु गुप्ता ने साइबर सुरक्षा से संबंधित अधिनियमों के बारे में बताया। कार्यक्रम के अंत में, राष्ट्रीय सेवा योजना के कार्यक्रम अधिकारी डा सुन्दर लाल ने सभी अतिथियों, प्राध्यापकों, ग्रामवासियों एवं स्वयंसेवकों का धन्यवाद ज्ञापित किया। इस अवसर पर महाविद्यालय के प्राध्यापक, स्वयंसेवक/छात्र/छात्राएं एवं ग्रामवासी उपस्थित रहे।