बाल गृह कार्यक्रम
कॉलेज का नाम -छत्रपति शाहू जी महाराज विश्वविधालय कानपुर थाने का नाम -कल्याणपुर प्रभारी का नाम -श्री धनंजय कुमार पांडे प्रशिक्षण देने वाले अधिकारियों का नाम ( चौकी पुलिस इंद्रा नगर)-श्री राम मिलन,श्रीमती किरण देवी(सब इंस्पेक्टर) श्री प्रमोद कुमार,श्री श्याम सिंह प्रशिक्षण देने वाले अधिकारियों का नाम (किशोर आश्रम)- श्रीमती मधु सिंह (शिक्षिका) श्री बृजेंद्र दीक्षित (caretaker) श्री रत्न सिंह वर्मा (Superintendent) दिनाँक 16/12/2023 Students Police Experiential Learning Program के अंतर्गत विषय- किशोर आश्रम भ्रमण कार्यक्रम स्वयंसेवकों का नाम- रवि शंकर शर्मा , आदित्य ,कनिष्का तिवारी ,रिचा,तान्या,रिया शर्मा,अंशिता,अभिषेक गुम हुए बच्चो को बालगृह मे थाने द्वारा तथा चाइल्ड हेल्प लाइन के अंतर्गत लाया जाता है10-18 साल तक के बच्चे बालगृह मे रखे जाते है। 10 वर्ष आयु से छोटे सभी शिशुपालन मे रखे जाते है। 18 वर्ष की आयु के बच्चो को 2 साल के लिऐ पुनर्वासन भेजा जाता है। यह बच्चे उपेक्षित की श्रेणी में माने जाते है इस कारण इनको सी डब्लू सी कोर्ट में पेश किया जाता है कोर्ट में उनके सभी दस्तावेज चेक किए जाते हैं एवं मेडिकल किया जाता है यदि उनके माता-पिता का पता लगता है तो बच्चे की इच्छा से वह माता-पिता को सौंप दिए जाते हैं नहीं तो वह बाल गृह में भेज दिए जाते हैं बाल गृह में इन्हें शिक्षा दी जाती है एवं कौशल विकास से जुड़ी चीज सिखाई जाती हैं बाल गृह में प्रवेश से लेकर उनकी हर हफ्ते काउंसलिंग एवं माता-पिता को शौंपने तक मजिस्ट्रेट , समिति सभी ऑर्डर देती है जैसे फॉर्म नंबर 17 एंट्री पे होती है फॉर्म नंबर 18 कमेटी की तरफ से आर्डर दिया जाता है अंडरटेकिंग का फॉर्म नंबर 20 गार्जियन को अंडरटेकिंग का आर्डर दिया जाता है फॉर्म नंबर 22 काउंसलिंग फॉर्म नंबर 17 इंप्रूवमेंट ग्रंथ की रिपोर्ट दी जाती है फॉर्म नंबर 42 रात भर के संरक्षण के लिए फॉर्म नंबर 44 रिलीज के लिए