रमानाथ जहँ राजा सो पुर बरनि कि जाइ।
अनिमादिक सुख संपदा रहीं अवध सब छाइ॥
श्री राम जन्मभूमि मंदिर में श्री रामलला के विराजने की बेला पर उनके स्वागत व अभिनंदन में दीपों से जगमग हुई छत्रपति शाहू जी महाराज विश्वविद्यालय, कानपुर
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