दयानंद गर्ल्स पीजी कॉलेज कानपुर फाइलेरिया उन्मूलन जागरूकता एवं दवा वितरण कार्यक्रम
*फाइलेरिया मुक्त भारत का लिया संकल्प* दयानंद गर्ल्स पीजी कॉलेज कानपुर में कार्यक्रम अधिकारी डॉ संगीता सिरोही के कुशल निर्देशन में राष्ट्रीय सेवा योजना इकाई के द्वारा आज दिनांक 9 सितंबर, 2024 को फाइलेरिया उन्मूलन जागरूकता कार्यक्रम तथा दवा वितरण का कार्यक्रम आयोजित किया गया। फाइलेरिया उन्मूलन जागरूकता अभियान के प्रथम सत्र में एक संगोष्ठी का आयोजन किया गया। जिसमें महाविद्यालय प्राचार्या प्रो वंदना निगम ने सीएमओ टीम का स्वागत करते हुए फाइलेरिया या हाथी पांव बीमारी की गंभीरता एवम् उसके दुष्परिणाम से छात्राओं को अवगत करते हुए सरकार के चिकित्सा विभाग द्वारा चलाए जा रहे "फाइलेरिया मुक्त भारत अभियान" की प्रशंसा की। कार्यक्रम में सीएमओ ऑफिस , काशीराम चिकित्सालय से अपनी टीम के साथ पधारी सुश्री सुष्मिता श्रीवास्तव ने फाइलेरिया के प्रति जागरूकता के लिए छात्राओं को संबोधित करते हुए विस्तारपूर्वक बताया कि बचाव ही इससे मुक्ति का एकमात्र साधन है। अत: मच्छर से बचाव के लिए मच्छरदानी का प्रयोग जरूर करें, गंदगी से दूर रहें, दिन में पूरी बांह के कपड़े पहने तथा खुद दवा खाएं और दूसरों को भी खिलाएं। अगर एक भी फाइलेरिया का मरीज उपस्थित है तो उससे रोग फैलने का खतरा हैं। उन्होंने बताया कि फाइलेरिया रोग क्यूलेक्स मच्छर के काटने से फैलता है तथा यह उत्तर प्रदेश में 51 जनपदों में फैला है जहां पर सरकार के चिकित्सा विभाग द्वारा फाइलेरिया उन्मूलन जागरूकता कार्यक्रम चलाया जा रहा है। जिनमें से 27 जनपदों में एमडीए अभियान चलाया जा रहा है। कानपुर भी उन संवेदनशील जनपदों में आता है जहां पर 1000 से ज्यादा फाइलेरिया से पीड़ित मरीज हैं। एमडीए से संबंधित दवा के प्रयोग के बारे में उन्होंने बताया कि डेढ़ साल से कम आयु वाले बच्चे, गर्भवती महिलाओं एवं किसी गंभीर रोग से ग्रसित व्यक्तियों को छोड़कर सभी को दवा का प्रयोग करना चाहिए। फाइलेरिया उन्मूलन कार्यक्रम के दूसरे सत्र में फाइलेरिया मुक्त भारत की शपथ दिलाई गई तथा इस गंभीर बीमारी से बचाव के लिए दवा खिलाई गई। महाविद्यालय में अनेक प्राध्यापिकाओं, शिक्षणेत्तर कर्मचारियों एवं छात्राओं ने दवा का सेवन किया। इस कार्यक्रम में लगभग 150 छात्राओं ने हिस्सा लिया।