कानपुर विद्या मंदिर महिला महाविद्यालय में राष्ट्रीय सेवा योजना के सात दिवसीय विशेष शिविर का समापनः 21/03/2024
सात दिवसीय विशेष शिविर का समापन आज दिनांक 21/03/2024 को कानपुर विद्या मंदिर महिला महाविद्यालय, स्वरूप नगर की राष्ट्रीय सेवा योजना इकाई के द्वारा दिनांक 15/03/2024 से 21/03/2024 तक छोटी गुटैया बस्ती, स्वरूप नगर में आयोजित किए जा रहे राष्ट्रीय सेवा योजना इकाई के सात दिवसीय विशेष शिविर का सफलतापूर्वक समापन किया गया। शिविर के अंतिम दिन गतिविधियों का शुभारंभ गायत्री मंत्र के उच्चारण के साथ किया गया। स्ट्रेचिंग और शारीरिक प्रशिक्षण के अभ्यास के बाद स्वयंसेविकाओं ने “दैनिक पाठशाला” प्रारंभ की। स्वयंसेविका कोमल जायसवाल एवं अनुष्का शर्मा ने बस्ती के बच्चों को प्रार्थना एवं कविताओं के सामूहिक पाठ का अभ्यास कराया। इसके पश्चात भारत के मुख्य त्यौहारों, विशेष तौर पर होली एवं रमज़ान के बारे में बच्चों को बताया गया। नियमित रूप से चल रहे इस पाठशाला के माध्यम से स्वयंसेविकाओं ने बस्ती के बच्चों को लाभप्रद शिक्षा दी, सामान्य जानकारियां दी, खेल खेले, स्वच्छता एवं अनुशासन का पाठ पढ़ाया एवं मनोरंजन भी किया। पाठशाला के समापन पर बस्ती के बच्चों द्वारा कुछ प्रस्तुतियां भी दी गईं, जिसे पूर्व में उन्होंने स्वयंसेविकाओं के निर्देशन में तैयार किया था। इस सत्र के अंत में नियमित रूप से पाठशाला में आने वाले सभी बच्चों को स्वयंसेविकाओं द्वारा अपने घरों से एकत्रित की गई चित्रकथा की पुस्तकें एवं पेंसिल उपहार में दी गईं। द्वितीय सत्र में मादक पदार्थों के निषेध पर आधारित जागरूकता रैली बस्ती में निकाली गई। इस रैली में मुख्य रूप से धूम्रपान, मद्यपान एवं तंबाकू व गुटखा के प्रयोग को बंद करने के लिए प्रेरित किया गया। रैली के पश्चात् स्वयंसेविकाओं ने महाविद्यालय की ओर प्रस्थान किया, जहाँ पर शिविर के औपचारिक समापन सत्र का आयोजन किया गया। महाविद्यालय परिसर में आयोजित समापन समारोह का शुभारंभ मुख्य अतिथि प्राचार्या प्रो. पूनम विज एवं महाविद्यालय की अन्य शिक्षिकाओं के स्वागत के साथ हुआ। कार्यक्रम अधिकारी डॉ. ऑंचल तिवारी ने सात दिवसीय विशेष शिविर की रिपोर्ट का वाचन किया। प्राचार्या प्रो. पूनम विज जी ने शिविर की समस्त गतिविधियों के कुशल संचालन और संयोजन के लिए कार्यक्रम अधिकारी एवं सभी स्वयंसेविकाओं को बधाई दी। समारोह में विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन किया गया। स्वयंसेविका कुमकुम विश्वकर्मा के निर्देशन में “राधा कैसे न जले” गीत पर सामूहिक नृत्य की मोहक प्रस्तुति की गई। महिला सशक्तिकरण विषय पर एक लघु नाटिका का मंचन स्वयंसेविकाओं ने किया। इसके पश्चात स्वयंसेविकाओं सोनल एवं प्रज्ञा द्वारा नृत्य प्रस्तुत किया गया। रंगों के त्योहार होली का उल्लास लिए ब्रज के फाग “आज बिरज में होरी रे रसिया” का सामूहिक गायन स्वयंसेविका आकांक्षा सैनी, महक कश्यप एवं अन्य के द्वारा किया गया। होली पर आधारित गीत पर स्वयंसेविकाओं ने सामूहिक नृत्य भी प्रस्तुत किया। सात दिवसीय विशेष शिविर में सभी स्वयंसेविकाओं ने मिल जुलकर गतिविधियाँ की, ज्ञानार्जन किया, सामाजिक संवेदनशीलता विकसित की, लोगों को जागरूक व शिक्षित किया एवं पारस्परिक प्रेम, सौहार्द भी सीखा। कार्यक्रम के अंत में सभी ने मिलकर फूलों की होली खेली, त्यौहार की बधाई दी एवं भावुक होकर एक-दूसरे से विदा ली।