NSS Unit-05, CSJMU Campus, Special Camp, Day 04, Cleanliness awareness program & awareness about social evils
शिविर के अंतर्गत चौथे दिन स्वच्छता जागरूकता एवं समाज में फैली हुई बुराइयों के संबंध में जानकारी देने के कार्यक्रम आयोजित किए गए। स्वच्छता जागरूकता कार्यक्रम में विशेषज्ञ वक्ता प्रो० संदीप कुमार सिंह, निदेशक, आइक्यूएसी छत्रपति शाहूजी महाराज विश्वविद्यालय, कानपुर ने स्वयंसेवकों को बताया कि एनएसएस की स्थापना गांधी जी के सेवा के विजन को ध्यान में रखकर की गई थी। गांधी जी का स्वच्छता के प्रति भारतवासियों को जागरूक बनाने में अहम योगदान है। गांधी जी ने अस्पृश्यता को समाप्त करने एवं लोगों को स्वयं अपना काम करने हेतु प्रेरित किया था। उन्होंने कहा कि विद्यार्थियों को गांधी जी के जीवन को पढ़ना चाहिए एवं उनके द्वारा किए गए सेवा कार्यों से प्रेरणा लेना चाहिए तथा स्वच्छता के संबंध में जानकारी प्राप्त कर ग्रामीणों को स्वच्छता का व्यवहार अपनाने हेतु जागरूक करना चाहिए। यदि व्यक्ति के आसपास का पर्यावरण एवं उसका परिसर स्वच्छ है तो उसमें बीमारी होने की संभावना बहुत कम होती है।उन्होंने बताया कि अच्छे हाइजीन या अच्छी स्वच्छता की वजह से भारतवर्ष में भी प्रति व्यक्ति औसत आयु बढ़ रही है क्योंकि गंदगी से होने वाली बीमारियों में कमी आई है। उनका कहना था अभी भी गांव में स्वच्छता की जागरूकता की आवश्यकता है तथा राष्ट्रीय सेवा योजना के स्वयंसेवक इस कार्य में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकते हैं। दूसरा सत्र जो कि समाज में पहली बुराइयों की जानकारी देने के संबंध में था, में डॉ अजय कुमार गुप्ता, एसोसिएट प्रोफेसर, स्कूल आफ फार्मास्यूटिकल साइंसेज ने समाज में फैली विभिन्न बुराइयों की जानकारी दी। उन्होंने कहा कि व्यक्ति धूम्रपान करते हैं, गुटखा खाते हैं, अल्कोहल का सेवन करते हैं, इसकी वजह से भी तमाम बीमारियां उत्पन्न हो रही हैं। साथ ही साथ उन्होंने कहा कि व्यक्ति अब स्व केंद्रित हो गया है। पुराने जमाने में लोग अपने आस पड़ोस का ख्याल रखते थे। उनका परिवार बड़ा होता था। आजकल लोगों ने अपने आस पड़ोस पर ध्यान देना बंद कर दिया है। आपस में सद्भाव कम हो गया है। सभी लोगों को आपस में सदभाव रखना चाहिए। आपस में प्रेम भाव रखना चाहिए। उन्होंने आपस में प्रेम करो मेरे देशवासियों गीत भी सभी विद्यार्थियों को सुनाया तथा उन्हें अच्छा कार्य करने के लिए प्रेरित किया। दोनों सत्र के पश्चात वॉलंटियर्स ग्राम होरा कछार स्थित प्राइमरी स्कूल गए। वहां पर उन्होंने विद्यार्थियों को योग योग का प्रशिक्षण दिया, पर्सनल हाइजीन के संबंध में बताया तथा उनको विभिन्न ज्ञान की बातें बताई।